दुनिया की अग्रणी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla की Cybertruck को लेकर जबरदस्त प्रचार किया गया था। Elon Musk ने इसे एक फ्यूचरिस्टिक ट्रक के रूप में पेश किया और इसकी खूबियों का जमकर प्रचार किया। लेकिन अब रिपोर्ट्स और बिक्री के आंकड़े कुछ और ही कहानी कह रहे हैं।
CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Cybertruck न केवल Tesla के दावों पर खरी नहीं उतरी है, बल्कि इसने कंपनी की ब्रांड वैल्यू को भी झटका दिया है।
Tesla Cybertruck की बिक्री में आई जबरदस्त गिरावट
Tesla आमतौर पर अपने अलग-अलग मॉडल्स की बिक्री का आंकड़ा अलग से जारी नहीं करती है, लेकिन Q2 2025 (अप्रैल–जून) के आंकड़ों से यह साफ है कि Cybertruck की परफॉर्मेंस बेहद कमजोर रही है।
Tesla की कुल ग्लोबल डिलीवरी में 13.5% की गिरावट आई है, जो अब तक की सबसे बड़ी तिमाही गिरावट मानी जा रही है।
Model S, Model X और Cybertruck को एक ही कैटेगरी में रखा गया है।
इस कैटेगरी की बिक्री 21,500 यूनिट से घटकर सिर्फ 10,400 यूनिट रह गई है, यानी करीब 52% की गिरावट, जिससे यह स्पष्ट है कि Cybertruck खरीदारों को लुभाने में असफल रही है।
Cybertruck के फ्लॉप होने के पीछे की 5 बड़ी वजहें
1. अत्यधिक कीमत
Cybertruck की कीमत $80,000 से $100,000 (लगभग ₹68.40 लाख से ₹85.50 लाख) है। यह दाम इसे सामान्य उपभोक्ता की पहुंच से बाहर कर देता है।
2. रेंज का वादा और हकीकत में अंतर
Elon Musk ने लॉन्च के समय Cybertruck की 500 मील रेंज का वादा किया था, लेकिन असल में यह केवल 200 मील के आसपास ही दे पा रही है।
3. डिजाइन और प्रैक्टिकलिटी पर सवाल
Cybertruck का एंगुलर और स्टील-बॉडी डिजाइन भले ही अनोखा है, लेकिन आम उपभोक्ता इसे न तो प्रैक्टिकल मानते हैं और न ही एस्थेटिकली आकर्षक।
4. फिट एंड फिनिश और निर्माण में समस्याएं
Cybertruck को कई बार रिकॉल करना पड़ा है। एक मामला ऐसा भी सामने आया जहां चलते ट्रक से स्टील पैनल गिर गया था — जो सुरक्षा और गुणवत्ता दोनों पर सवाल उठाता है।
5. EV टैक्स क्रेडिट का समाप्त होना
कई देशों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर मिलने वाली टैक्स छूट अब खत्म हो रही है, जिससे Cybertruck की कुल लागत और बढ़ सकती है, जिससे यह और भी अनअफॉर्डेबल हो जाएगी।
क्या Tesla Cybertruck Elon Musk की सबसे बड़ी गलती बन जाएगी?
Tesla की Model 3 और Model Y अभी भी अच्छी बिक्री कर रही हैं, लेकिन Cybertruck अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पा रही है। दूसरी ओर, Tesla को अब Ford, GM, Rivian, और BYD (चीन) जैसी कंपनियों से तगड़ा मुकाबला मिल रहा है।
अगर प्रोडक्ट क्वालिटी और विश्वसनीयता में गिरावट जारी रही, तो निवेशकों का भरोसा भी कमजोर पड़ सकता है, जिससे Tesla के स्टॉक्स पर भी असर पड़ सकता है।