हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं…यह डायलॉग शाहरुख खान की फिल्म से है. लेकिन इस डायलॉग को डी गुकेश ने सच साबित कर दिया. जब उन्होंने हारी हुई बाजी को जीत में बदलने का काम किया और वह भी पूर्व विश्व चैंपियन के खिलाफ. विश्व चैंपियन डी गुकेश ने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट 2025 के छठे दौर में कमाल करते हुए पूर्व विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को एक बार फिर हराकर इतिहास रच दिया. यह पहली बार है जब गुकेश करियर में क्लासिकल टाइम कंट्रोल में कार्लसन को हराने का कमाल कर दिखाया है. दोनों के बीच यह मुकाबला बेहद ही दिलचस्प रहा. मैच में ज्यादा से ज्यादा समय तक कार्लसन हावी रहे थे लेकिन बाद में गुकेश ने अपनी चमत्कारिक दृढता, अनुशासन और धैर्य के साथ आखिरी पलों में पासा पलट दिया. आखिरी समय में कार्लसन से हुई गलती का गुकेश ने भरपूर फायदा उठाया और अहम समय में सटीक चाल चलकर कार्लसन को हरा दिया. गुकेश के चालाकी भरे चाल को देखकर कार्लसन दंग रह गए. उन्हें खुद पर यकीन नहीं आया और गुस्से में टेबल पर मुक्का मारकर अपनी नाराजगी जाहिर की.
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हार से हताश कार्लसन अपने गुस्से को बर्दाश्त नहीं कर पाए और तुरंत वहां से निकल गए. जाने से पहले कार्लसन ने गुकेश की पीठ थपथपाई. बता दें कि राउंड 6 से पहले, कार्लसन 9.5 अंकों के साथ गुकेश से आगे थे. उनके बाद फैबियानो कारुआना 8 और हिकारू नाकामुरा 6.5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर मौजूद थे.
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इस शानदार जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गुकेश के कोच ग्रैंडमास्टर विष्णु प्रसन्ना ने किशोर की दृढ़ता और जुझारूपन की प्रशंसा की, उन्होंने कहा “हमें गुकेश की जिद और उसकी कुशलता के लिए बहुत श्रेय देना होगा क्योंकि मुझे लगता है कि वह जानता था कि कब अपनी चाल चलनी है. वह लगातार प्रयास करता रहा और समय कम होता गया, उसके पास वास्तव में स्थिति के साथ कुछ करने का अवसर था”
इस जीत ने टूर्नामेंट में और रोमांच जोड़ दिया है, क्योंकि टॉप स्थान के लिए दौड़ अपने अंतिम दौर में प्रवेश कर रही है.