एक बार फिर कोरोना की वापसी हो गई है। दुश्मन को कभी कमतर नहीं आंकना चाहिए। खतरे की घंटी बजते ही, बचने की तैयारी शुरू कर दीजिए क्योंकि हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड और चीन में संक्रमण तेजी से बढ़ने के बाद अब भारत के भी 11 राज्यों में ये फैल चुका है। कोविड का ये नया वैरिएंट JN.1 कितना खतरनाक है, ये तो जांच के बाद पता चलेगा लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए, जो दो या उससे ज्यादा बीमारियों की गिरफ्त में हैं यानी कोमॉर्बिड हैं। बेशक कोराना अब उतना घातक नहीं रहा लेकिन सावधानी तो जरूरी है क्योंकि कोरोना के साइड इफेक्ट आज भी किसी न किसी बीमारी की वजह बन रहे हैं।
कमजोर हुए फेफड़े, बढ़ते हुए हार्ट अटैक के मामले, इम्बैलेंस हुआ बीपी-शुगर और मांसपेशियों-जोड़ों में दर्द, ये सब मामले तो हम सब अपने आस-पास हर रोज देखते हैं। लोगों की इम्यूनिटी तो वैसे भी कोविड के बाद कमजोर हुई है। और इस वक्त तो तेज गर्मी, धूल भरी आंधी और बारिश की वजह से मौसम में भी उतार-चढ़ाव बना हुआ है, जो इसके फैलने के लिए सबसे मुफीद है। इन दिनों गले की खराश से शुरू होकर वायरल फीवर के मरीज अस्पतालों में बढ़े हैं तो ऐसे में लापरवाही से बचने की जरूरत है। लेकिन आपको डरने की जगह योग को अपने डेली रूटीन में शामिल कर लेना चाहिए। इससे आपकी इम्यूनिटी फौलादी बनेगी। तो चलिए आज शरीर के सभी अंगों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए स्पेशल सेशन करते हैं।
सावधान! फिर लौटा कोरोना
- कोमॉर्बिड पेशेंट
- बुजुर्ग
- बच्चे
- प्रेग्नेंट महिलाएं
कोरोना इंफेक्शन
- कमजोर इम्यूनिटी
- लंग्स कमजोर
- हार्ट प्रॉब्लम
- शुगर-बीपी इम्बैलेंस
- मसल्स वीक
- जोड़ों में दर्द
- खराब पाचन
कोरोना के लक्षण, कराएं जांच
- बुखार
- खांसी
- गले में खराश
- सिरदर्द
- थकान
- मसल्स पेन
इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं?
- आधा घंटा धूप में बैठें
- विटामिन-सी वाले फल खाएं
- हरी सब्जियां खाएं
- रात में हल्दी दूध लें
- आधा घंटा योग करें
मजबूत इम्यूनिटी
- गिलोय-तुलसी काढ़ा
- हल्दी वाला दूध
- मौसमी फल
- बादाम-अखरोट
गौर करने वाली बात
- 100 में 66% एनिमिक, आयरन की कमी से
- 80% लोगों में विटामिन-डी कम
- 74% में विटामिन बी-12 की कमी
- 70% महिलाओं में कैल्शियम की कमी
विटामिन-डी की कमी
- जानलेवा बीमारी से मौत का खतरा 25% ज्यादा
- जोड़ों में दर्द
- कैंसर का डर
विटामिन- बी12 की कमी
- रेड ब्लड सेल्स में कमी
- ऑर्गन्स में ऑक्सीजन सप्लाई कम
- तेजी से वेट लॉस
- बैकपेन
- इर्रेगुलर हार्टबीट
- चिड़चिड़ापन
डेफिशिएंसी – बीमारी
- विटामिन ए – आंखों का रोग, बच्चों की ग्रोथ कम
- कैल्शियम – हड्डी, दांत के रोग
- विटामिन बी12 – न्यूरो प्रॉब्लम, याददाश्त कमजोर
- आयरन – एनीमिया
- विटामिन डी – डिप्रेशन, थकान