हैदराबाद: तेलंगाना के सिंचाई एवं सीएडी विभाग में तैनात एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नुने श्रीधर को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के अनुसार, नुने श्रीधर के ठिकानों पर छापेमारी में अकूत संपत्तियों के दस्तावेज और महंगे आभूषण मिले हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो की जांच में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नुने श्रीधर धन कुबेर निकला। उसके पास एक विला, 19 प्लॉट, तीन आलीशान फ्लैट और 16 एकड़ कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं। नूने ने अपने बेटे की शादी विदेश में की जहां पर करोड़ों रुपये खर्च हुए।
एंटी करप्शन ब्यूरो को मिले अरबों की संपत्ति के दस्तावेज
एंटी करप्शन ब्यूरो ने बताया कि इंजीनियर के घर और उसके रिश्तेदारों से संबंधित 13 अन्य स्थानों पर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान तेलपुर में एक विला, शेखपेट में एक फ्लैट, करीमनगर में 3 फ्लैट, अमीरपेट में वाणिज्यिक स्थान, हैदराबाद में एक इमारत, वारंगल में इमारत, करीम नगर में इमारत, 16 एकड़ कृषि भूमि, हैदराबाद, वारंगल, करीम नगर में 19 आवासीय प्राइम ओपन प्लॉट, दो चार पहिया वाहन, सोने के आभूषण और बैंक जमा सहित कई संपत्तियां मिलीं।
कई होटलों में भी है हिस्सेदारी
अधिकारियों ने बताया कि श्रीधर के पास हैदराबाद के पास तेलपुर में एक विला, वारंगल, करीमनगर और हैदराबाद में कम से कम तीन इमारतें, तीन शहरों में 19 प्रमुख आवासीय भूखंड, 16 एकड़ कृषि भूमि और करीमनगर में कई होटलों में हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत कई करोड़ रुपये है। इसके अलावा उनके पास नकदी, आभूषण और बैंक जमा भी हैं। हैदराबाद के शेखपेट में स्काई हाई नामक एक आलीशान आवासीय परिसर भी है जोकि 4,500 वर्ग फुट में फैला है।
विदेश में बेटे की शादी में खर्च किए करोड़ों रुपये
श्रीधर ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने बेटे के लिए थाईलैंड में एक डेस्टिनेशन वेडिंग का आयोजन किया था, जिसके सभी इंतजामों पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे। सूत्रों ने बताया कि आरोपी इंजीनियर कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना में भी शामिल था। दुनिया की सबसे बड़ी बहु-चरणीय लिफ्ट सिंचाई परियोजना जो भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख के चंद्रशेखर राव को भी पीसी घोष आयोग ने तलब किया है, जो परियोजना में कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है।