गरियाबंद। अवैध रेत उत्खनन परिवहन और भंडारण पर प्रभावी नियंत्रण हेतु प्रशासन ने अब सख्ती की कमान पूरी तरह से संभाल ली है। आज दिनांक 28 जून को विधायक रोहित साहू कलेक्टर बीएस उइके, पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा , डीएफओ, एसडीएम राजिम और खनिज अधिकारी की संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें अवैध रेत उत्खनन करने वाले खनिज माफियाओं के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के ठोस फैसले लिए गए।
अवैध रेत पर बड़ा एक्शन विधायक-कलेक्टर और एसपी की बैठक में बड़ा फैसला
बैठक में तय किया गया कि अब राजिम स्थित वनोपज जांच चौकी में 24 घंटे की निगरानी की जाएगी। इसके लिए एक संयुक्त जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है, जो दिन-रात अवैध रेत खनन कर खनिज परिवहन पर नजर रखेगी। साथ ही अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के चिन्हित क्षेत्रों पर भी लगातार सतत निगरानी की जाएगी।
बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों ने सहमति जताई कि खनिजों के अवैध रेत उत्खनन कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए बिना किसी दबाव के नियमों के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। खनिज अधिकारी ने बताया कि अब तक की गई कार्रवाइयों से माफियाओं में हड़कंप मचा है और आगे और भी प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
विधायक और कलेक्टर एसपी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस अभियान में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। कानून तोड़ने वालों पर आर्थिक जुर्माने के साथ-साथ कानूनी धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।
प्रशासन का साफ संदेश है — अब अवैध रेत खनन नहीं चलेगा, जिले में कानून का राज होगा।