छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों का महा-प्रहार ! बीजापुर-कांकेर में 30 नक्सली ढेर, ऑपरेशन में 600 जवानों की गूंज…
बस्तर का जंगल गोलियों की गड़गड़ाहट से दहला! 600 जवानों की जबरदस्त घेराबंदी, 30 खूंखार नक्सलियों का खात्मा…
बस्तर। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के समूल विनाश का संकल्प लेकर निकले सुरक्षा बलों ने बीजापुर और कांकेर में जबरदस्त ऑपरेशन को अंजाम दिया। गुरुवार की सुबह से लेकर दोपहर तक चला यह ऑपरेशन नक्सलियों के लिए काल साबित हुआ—26 नक्सली बीजापुर के घने जंगलों में मारे गए, वहीं कांकेर में 4 और उग्रवादी ढेर कर दिए गए।
600 जवानों का ‘ऑपरेशन ध्वंस’
डबल इंजन सरकार के मिशन 2026 को आगे बढ़ाते हुए सुरक्षा बलों ने पूरे बस्तर संभाग में नक्सल सफाए की बड़ी कार्रवाई की। कोबरा, डीआरजी और बस्तर फाइटर्स की साझा टीम ने जब नक्सलियों के ठिकानों पर धावा बोला, तो चारों ओर सिर्फ गोलियों की गूंज थी।
बीजापुर के बैलाडीला पहाड़ियों और कांकेर के घने जंगलों में एके-47, एसएलआर, बैरल ग्रेनेड लॉन्चर समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए, जो इस बात का संकेत हैं कि मारे गए नक्सली ऊँचे रैंक के थे।
शहीद जवान को नमन
इस वीरतापूर्ण अभियान में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) के बहादुर जवान राजू ओयाम ने वीरगति प्राप्त की। उनकी शहादत को नमन करते हुए सुरक्षा बलों ने संकल्प लिया कि नक्सलवाद का समूल नाश कर दम लेंगे।
इस साल जनवरी से अब तक छत्तीसगढ़ में 119 नक्सली मारे जा चुके हैं। गृह मंत्री अमित शाह के अनुसार, 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह खात्मा कर दिया जाएगा। पिछले साल 239 नक्सली मारे गए थे और अब तक कुल 358 नक्सली ढेर हो चुके हैं। बीजापुर में मारे गए नक्सलियों में कई बड़े कैडर शामिल हो सकते हैं, जो संगठन के लिए बड़ा झटका है। इस सफल ऑपरेशन ने साबित कर दिया कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अंतिम सांसें गिन रहा है।
बस्तर में अब सिर्फ विकास की गूंज
इस ऑपरेशन के बाद आईजी सुंदरराज पी. और गृह मंत्री ने इसे इतिहास की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक करार दिया। डबल इंजन सरकार ने साफ कर दिया है- अब बस्तर में सिर्फ विकास की गूंज होगी, नक्सलियों की गोलियों की नहीं!