छुरा। गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड से लगभग 14 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मुड़ागांव की कमारपारा की गलियों में बिन बारिश के कीचड़ देखने को मिल रहा है। सरकार जहां दावा करती है,स्वच्छता की ओ सिर्फ कागज के पन्नों पर ही दिखाई देते हैं। जमीनी स्तर पर देखें तो शून्य हैं। देखें तो सरकार जहां स्वच्छता साफ-सफाई तथा खुले में शौच की उन्मूलन को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की सामान्य गुणवत्ता में सुधार लाना है। लेकिन इस नजारा से ऐसा नहीं लगता। मुड़ागाँव के विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के लोगों ने बताया कि हम लोग हमारे मोहल्ले के इस कीचड़ से बहुत ही परेशान हैं। शासन प्रशासन हमारे इस परेशानी से मुक्त करें व हम लोगों की मोहल्ले के लिए सीसी रोड मुहैया करवाएं। कमारपारा के लोगों ने बताया कि हमारे मोहल्ले में रात के समय अंधेरा रहती है, अगर प्रशासन हमारे मोहल्ले में दो बिजली के पोल उपलब्ध करा दे तो अंधेरा से भी मुक्ति मिल जाएगा। सभी महिलाएं श्रीमती श्यामा बाई कमार, सुशीला कमार, राधनी कमार, राधिका कमार, बिसाहिन कमार, तेजिन बाई साहू, बल्लू कमार, देवलाल कमार, समाजसेवी मनोज पटेल व रेखराम ध्रुव आदिवासी युवा प्रभाग ने इन ग्रामीणों की समस्या को जल्द दूर करने शासन प्रशासन से अपील की।