गरियाबंद। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर राज्य में सुशासन तिहार -2025 मनाया जायेगा। यह शासन की पारदर्शिता, जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान को सुनिश्चित करेगा। यह आयोजन प्रशासन और जनता के बीच सीधे संवाद का एक अहम मंच बनेगा, जिससे विकास कार्यों में गति और योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंच सकेगा। इस तिहार के माध्यम से जनता की समस्याओं का समाधान समयबद्ध तरीके से करेंगे और शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा। यह आयोजन तीन चरणों में किया जाएगा। इस आयोजन की तैयारियों को लेकर कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने विगत दिवस जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारियों, सीईओ एवं सीएमओ की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है।
सुशासन तिहार-2025 का पहला चरण में मंगलवार 08 से शुक्रवार 11 अप्रैल 2025 अर्थात 4 दिन तक होगा, जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं के आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। यह आवेदन ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक समाधान पेटी के माध्यम से लिए जाएगें। इसमें अपने पंचायत, ब्लॉक, निकाय कार्यालय में रखे समाधान पेटी में अपनी शिकायत या समस्या दर्ज कर सकते हैं। जिन लोगों को आवेदन लिखने में किसी प्रकार की दिक्कत हो तो, वे आवेदन लिखने के लिए वहां उपस्थित सहायकों की सहायता ले सकते है। साथ ही आवेदक पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।
द्वितीय चरण:- आवेदनों का निराकरण – यह चरण 09 अप्रैल से 04 मई तक चलेगा। जिसमें जिला, जनपद, निकाय के अधिकारी समस्याओं के समाधान के लिए स्वयं पहुंचेंगे। आवेदनों से संबंधित विभागों के अधिकारी एक माह के भीतर समस्याओं का निराकरण करेंगे। मांग से संबंधित आवेदनों का निराकरण बजट की उपलब्धता के अनुसार किया जाएगा।
तृतीय चरण:- समाधान शिविर – यह शिविर 05 से 31 मई, 2025 तक चलेगा। जिसमें आवेदकों को उनके आवेदन के निराकरण की जानकारी दी जाएगी। शिविरों में प्राप्त आवेदनों का यथासंभव त्वरित निराकरण किया जाएगा। शिविरों में आमजन को जनहितकारी योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन की भी व्यवस्था की जाएगी और आवेदनकर्ताओं को पावती दी जाएगी। अधिकारियों को समय सीमा के भीतर इनका समाधान सुनिश्चित करना होगा।
यह आयोजन जनसेवा को समर्पित एक ऐतिहासिक अवसर प्रदान कर रह है।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को परस्पर समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि यह अभियान न केवल नागरिकों के प्रशासन में विश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि शासन की पारदर्शिता और संवेदनशीलता को भी मजबूत करेगा। प्रत्येक समाधान शिविर में जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और हितग्राहीमूलक योजनाओं के फॉर्म भी वितरित किए जाएंगे। खंडस्तरीय प्रभारी अधिकारी, अनुभाग, विकासखंड तथा जिला स्तर के अधिकारी मौके पर उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे यह पहल और अधिक बेहतर बन सके।
श्री अग्रवाल ने बताया कि सुशासन तिहार में मुख्यमंत्री सहित उप मुख्यमंत्रीगण, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव एवं राज्य शासन के अधिकारी भी कुछ शिविरों में शामिल होंगे तथा वहां आवेदकों से भेंटकर उनकी समस्याओं और निराकरण के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। “सुशासन तिहार 2025” एक ऐसा अभिनव प्रयास है, जो शासन और नागरिकों के बीच की दूरी को कम करनेे, समस्याओं के शीघ्र समाधान को सुनिश्चित करने और लोकतंत्र की नींव को और मजबूत करने का कार्य करेगा। यह पहल जिले को सुशासन की दिशा में एक आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगी।