गरियाबंद। फिंगेश्वर सहकारी बैंक अन्तर्गत सभी 10 खरीदी केन्द्रों में धान की आवक सामान्य रूप से हो रही है। किसान धान बेचने बिलकुल भी आपाघापी में नहीं है। लगता है किसान फिलहाल दीवाली सहित एकदम जरूरी खर्चे के लिए ही धान बेच रहे है। अरली वैरायटी की कटाई-मिजाई दु्रतगति से होने के बाद भी कृषक धान बेचने में हड़बड़ी नहीं कर रहे है। एक-दो और तीन नवंबर को 3 दिन में कुल 698 कृषकों ने 8448 क्विंटल धान राशि 3,41,92,767 का धान सभी 10 खरीदी केन्द्रों में बेचे है। जिसकी पूरी राशि कृषकों के बैंक खाते में जमा हो गई है। अभी धान बेचने के दूसरे दि नही बिक्री किए गए धान का पैसा किसानों के खाते में जमा हो जा रहा है। किसानों ने अपने खाते से राशि आहरण करना भी शुरू कर दिया है। सहकारी बैंक फिंगेश्वर के मैनेजर एस. एन. पांडे ने बताया कि 3 दिन में 89,89,085 रू. ऋण खाते में कृषकों ने जमा किया है। जो कि कुल ऋण का मात्र 3 प्रतिशत होता है। अभी धान का उठाव यानी परिवहन शुरू नहीं हुआ है। सभी केन्द्रों में फिलहाल पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध है। बैंक सुपरवाइजर टी. आर. साहू ने बताया कि किसान धान साफ सुथरा एवं सुखा कर ही ला रहे है। अब तक इक्का दुक्का किसानों का धान ही ज्यादा नमी के कारण वापस किया गया है। धान का पैसा दूसरे ही दिन मिलने से कृषक काफी खुश है। बैंक से पैसा निकालकर दीवाली खर्चा करने किसान काफी उत्सुक है। बैंक सुपरवाइजर टी. आर. साहू ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि जिन कृषकों के बैंक खाते वर्तमान में अक्रियाशील है या उनमें लंबे समय से लेन देन नहीं किए गए है ऐसे कृषक अपने खाते से कुछ लेन देन कर अपने खाते को क्रियाशील कर लें ताकि धान विक्रय के बाद उनके बैंक खाते में राशि जमा होने में किसी भी प्रकार की तकनीकी परेशानी न हो।