गरियाबंद/छुरा। रसेला क्षेत्र के ग्राम रूवाड़ और चिंगरमाल की गांव से जंगल तक की दुरी मात्र एक किलोमीटर है ग्रामीण सुबह से महुआ का फूल इकट्ठा करने जाते हैं। वहां गांव के ही समीप पेड़ पर चढ़ा हुआ तेंदुआ देखकर ग्रामीण डर कर तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को सुचना दिये। जिसके बाद वन विभाग के आलाधिकारी मौके के लिए रवाना हुए।
पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में लगातार रिहाइशी इलाके में तेंदुआ देखा जा रहा है,जिससे ग्रामीणों में दहशत का महौल है। कुछ दिन पहले ही इसी क्षेत्र के कुड़ेरादादर में तेंदुआ ने एक गाय के बछड़े को अपना शिकार बनाया था जिसमें बछड़े की मौत हो गई थी। वहीं कुछ दिन पहले रूवाड़ के छिंदपारा में भी तेंदुआ गांव के समीप पेड़ पर चढ़ा देखा गया था।
गांव के समीपस्थ वृक्ष की टहनी पर दिखा तेंदुआ, ग्रामीणों में दहशत
जानकारों की मानें तो दिन-ब-दिन जंगलों की कटाई और नदी नाले में पानी के सुख जाने से तेंदुआ और अन्य जंगली जानवर खाने व पानी की तलाश में रिहाइशी इलाके में घुसने लगे हैं।