हमारे बच्चों की खुशियां पर ध्यान दो राज्य सरकार
छुरा। गरियाबंद जिला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र ग्राम पंचायत पिपरछेडी के कमारपारा जंगलों में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति कमार भुंजिया लोगों की स्थिति आज भी दयनीय है। शिक्षा के अभाव से आज भी विशेष पिछड़ी जनजाति कमार भुंजिया लोग शासन की अनेकों योजनाएं से वंचित है, और ना ही अधिकारियों के द्वारा ऐसे लोगों के बीच पहुंचकर विशेष रूप से योजनाओं की जानकारी दिया जाता है।
समाजसेवियों के द्वारा दुखी पीड़ित गरीब वर्ग के लोगों की मदद करने का प्रयास किया जाता है। लेकिन आज महंगाई के दिनों में अपने स्वयं के पैसे खर्च कर लोगों की समस्या जानने पहुंचते
हैं । जो काम शासन प्रशासन के अधिकारियों का काम आम नागरिक समाजसेवी कर रहे हैं।
विडंबना अगर समाजसेवी समाज के नीचे वर्ग के लोगों की मदद करना चाहते हैं जो आज के महंगाई के दिनों में अपने स्वयं के खर्चे से उनसे मुलाकात करने पहुंचते हैं आज समय का अभाव होने के बाद भी लोग अपने ही परिवार को समय नहीं दे पाते और समाजसेवी अपने परिवार को भी छोड़ कर दुखी पीड़ितों की मदद करने पहुंचते हैं । उसके बाद भी शासन-प्रशासन ऐसे लोगों की मदद नहीं करते इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी संरक्षक सदस्य व समाजसेवी मनोज पटेल ने केंद्र व राज्य सरकार से समाजसेवियों की मदद करने अपील किया। कमारपारा में उपस्थित श्रीमती सुखबती कमार, नवशीला कमार, संतोषी कमार, अनसूईया कमार, राजंती कमार, सरस्वती, सुमित्रा , रुखमणी, रामचरण कमार, राजू कमार, रामदास, मनीराम, लक्षणु, रामसाय।