चिरमिरी से अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए चार परिवार के 11 लोग पहलगाम आंतकवादी हमले में बाल बाल बचकर सकुशल निकल गए हैं चिरमिरी में कश्मीर से आकर व्यापार करने वाले नजाकत और उनके परिवार ने अपनी बहादुरी दिखाते हुए ट्रांसपोर्टर लकी पाराशर हैप्पी बाधावन शिवांश राजू जैन और भाजपा नेता अरविंद एस अग्रवाल के परिवार को सकुशल कश्मीर से बाहर निकलने में अपनी अभुतपूर्व भूमिका निभाई बता दें कि चारों मित्र अपनी पत्नी एवं तीन बच्चों के साथ बीते 18 अप्रैल को चिरमिरी से कश्मीर के लिए निकले थे जो बीते 21 अप्रैल से पहलगाम में थे लकी पाराशर के परिजनों ने बताया कि आंतकवादी के निशाने पर पूरा परिवार था लेकिन कश्मीरी मित्र ने अपने भाषा में आंतकवादियों से बात कर पूरे परिवार को बचा ले गया परिवार की एक महिला पीछे रह गई थी जिसे भारतीय सेवा की मदद से परिजनों तक पहुंचाया गया, एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, बंदूकधारियों ने पर्यटकों पर नजदीक से गोलियां चलाईं, जिससे कई लोग घायल हो गए।
परिजनों ने सरकार से सब कुशल वापसी की मांग की है
अधिकारियों के अनुसार एक हेलिकॉप्टर के जरिये घायलों को निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया. उन्होंने बताया कि कुछ घायलों को स्थानीय लोगों ने घोड़ों के जरिये घास के मैदान से नीचे उतारा. शिवांश जैन की मां ने बताया कि बहू का फोन आया था हमले में सभी डरे हुए थे सभी सकुशल बच गए हैं ईश्वर की कृपा से वही लकी पाराशर के परिजन राकेश पराशर ने बताया कि पूरे परिवार के लोग सकुशल जम्मू रेंज में पहुंच गए हैं।