गरियाबंद… आपको बतादें कि उमेश राजपूत हत्याकांड के याचिकाकर्ता उनके छोटे भाई पत्रकार परमेश्वर राजपूत को गोलीमारकर हत्या करने की धमकी भरा पर्चा उनके ग्राम हीराबतर स्थित निवास में 14 अक्टूबर को डाला गया था जिसकी एफआईआर छुरा थाने में दर्ज कराई गई थी। लेकिन आज एक माह बाद भी अपराधी पुलिस पकड़ से बाहर है, ज्ञात हो कि छुरा निवासी पत्रकार उमेश राजपूत की 23 जनवरी 2011 को उसके आमापारा छुरा में स्थित निवास पर अज्ञात अपराधियों के द्वारा गोलीमारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें अपराधियों के नहीं पकड़े जाने पर उसके भाई पत्रकार परमेश्वर राजपूत ने उच्च न्यायालय बिलासपुर में याचिका लगाकर सीबीआई जांच की मांग की थी जिस पर न्यायालय ने सीबीआई जांच का आदेश जारी किया था। सीबीआई ने कई वर्षों तक जांच की और अभी यह मामला सीबीआई कोर्ट में लंबित है।इस बीच अभी लगभग दो माह पहले उमेश राजपूत के कुछ परिजनों का बयान सीबीआई कोर्ट में दर्ज हुआ है और आगे कुछ दिनों में याचिकाकर्ता परमेश्वर राजपूत का बयान दर्ज होना है
इसमें याचिकाकर्ता ने संदेह जताया है कि ये घटना उमेश राजपूत हत्याकांड से जुड़ा हुआ हो सकता है।
जिस पर परमेश्वर राजपूत ने अभी तक अपराधियों के नहीं पकड़े जाने पर 15 नवंबर को आवेदन देकर छुरा थाना प्रभारी से विशेष टीम गठित कर त्वरित जांच एवं कार्यवाही एवं पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा एवं संरक्षण की मांग की है। वहीं इस घटना के संबंध में पुलिस विभाग के आलाधिकारीयों का का कहना है कि अभी जांच चल रहा है।
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