गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल के मार्ग दर्शन में कुंज बिहारी गौ शाला सेवा समिति खुसरुपाली के द्वारा गौ जन जागरण यात्रा छुरा विकासखंड के ग्राम हरदी,डांगनबाय,लोहझर,पंण्डरीपानी होते हुए गिधनी पहुंचकर गोष्ठी आयोजित कर गौशाला समिति के सचिव शीतल ध्रुव ने गौपालन संबंधित जानकारी देते हुए कहां कि प्रदेश में गौ आधारित प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए आयोग की विस्तृत योजनाओं की जानकारी दी।उन्होंने कहा कि गौ आधारित प्राकृतिक खेती किसानों के लिए एक वरदान साबित होगी।छत्तर सिंग ठाकुर ने कहा कि गौ आधारित खेती अपनाने से किसानों की उत्पादन लागत में उल्लेखनीय कमी आएगी,क्योंकि इसमें महंगे रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों की आवश्यकता नहीं होती है।इसके साथ ही इस पद्धति से उत्पादित फसल की गुणवत्ता भी रासायनिक खेती की तुलना में कहीं अधिक बेहतर होगी जिससे किसानों को बाजार में अपनी उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा।आयोग का लक्ष्य है कि प्रदेश के अधिक से अधिक किसान इस लाभकारी मॉडल को अपनाएं और हानिकारक रासायनिक खेती से मुक्ति पाएं।
छत्तर सिंग ठाकुर ने कहा कि आयोग जल्द ही एक व्यापक अभियान चलाएगा।इस दौरान यह देखा जाएगा कि कौन-कौन सी गौशालाएं प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित होने के लिए उपयुक्त हैं और किन गौशालाओं में सुधार की आवश्यकता है।उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि किसी गौशाला में कोई कमी पाई जाती है,तो आयोग उसकी गहन समीक्षा करेगा और आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाएगा।गौ आधारित खेती के लाभों पर प्रकाश डालते हुए शिक्षक राधेलाल साहू ने बताया कि गोबर, गोमूत्र,और अन्य गौ उत्पादों का उपयोग जैविक खाद,प्रभावी कीटनाशक और आवश्यक पोषण तत्वों के रूप में कुशलतापूर्वक किया जा सकता है। इससे किसानों को महंगे रासायनिक उत्पादों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और वे प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग करके टिकाऊ खेती कर सकेंगे। इस मौके पर प्रमुख रूप से छत्तर सिंग ठाकुर,शीतल ध्रुव,पुनितराम ठाकुर, ठंकेश्वर चन्द्राकर, शिक्षक राधेलाल लाल साहू,हरिराम साहू,धनीराम ध्रुव,ओंकार सेन, देवानंद ठाकुर,तेजनाथ चन्द्राकर,कार्तिक ठाकुर,तिलक ठाकुर,रामजी ठाकुर,यश सिन्हा सहित ग्रामीण जन उपस्थित थे।