गरियाबंद। फिंगेश्वर के समीप बिड़ोरा-खुड़सा में नदी के बीचों बीच रोड बनाकर पानी भरी नदी से मनमाने ढंग से दिन रात 24 घंटे बड़ी बड़ी चैनमाऊटिंग द्वारा रेत का उत्खनन कर लगातार परिवहन की जा रही बड़ी बड़ी भारी भरकम हाईवा से बड़े नगरों में ऊंची कीमत में अवैध कमाई की जा रही रेत माफिया का समाचार प्रकाशित होते ही खनिज विभाग के अधिकारियों ने एक छापामार कार्यवाही में बिड़ोरा-खुड़सा में खनन करते हुए परसदाकला क्षेत्र में बढ़ते उत्खनन की चैन माऊटिंग को जप्त करने की कार्यवाही की है।
इससे आसपास में हो रहे अवैध रेत उत्खनन करने वालों में एक बार कि हड़कंप मच गया है। अवैध खनन एवं परिवहन का समाचार जोरदार ढंग से सार्वजनिक होने के बाद शुक्रवार 8 दिसंबर को ही ग्रामीण भी हरकत में आए। ग्राम परसदाकला के ग्रामीणों ने जिसमें जनपद सदस्य नेमीचंद देवांगन, युवराज साहू, रवि साहू, घनश्याम निषाद, मन्नूराम निषाद, फग्गू साहू आदि ने बताया कि बिड़ोरा-खुड़सा में हो रहे गलत ढंग से नियम के बाहर मनमाने ढंग से रेत उत्खनन की जानकारी होने पर ग्रामीणजन जब रेत उत्खनन की जानकारी लेने गए तो हमने देखा कि बिड़ोरा-खुड़सा की बजाय परसदाकला की सीमा से मनमाने ढंग से चैनमाऊंटिग द्वारा खनन कर हाईवा गाड़ी में रेत धड़ल्ले से दिन रात 24 घंटा परिवहन की जा रही है।
जबकि परसदाकला रेत घाट में रेत निकालने की स्वीकृति ही नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि नदी से रेत निकालने में अवैध उत्खनन, परिवहन से लेकर जहां चाहे वहां उत्खनन जैसा खुलेआम धड़ल्ले से उत्खन्न किया जाना खनिज विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत एवं भ्रष्टाचार से अवैध कमाई के बिना संभव नहीं हो सकता। कई कई दिन तक प्रतिदिन मनमाने हाईवा में परिवहन के बाद भी अधिकारियों द्वारा कार्यवाही न करना तथा पूछे अथवा जानकारी दिए जाने पर स्टाफ की कमी जैसे बहाना बनाना निश्चित ही अवैध कमाई के लिए सोचा समझा षडयंत्र ही है। ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार को जब हमने खनिज अधिकारी को फोन पर परसदाकला घाट में बिना अनुमति किए जा रहे मनमाने ढंग से अवैध रेत खनन एवं परिवहन की जानकारी दी तो उन्होंने कहा आज पेपरों में भी इस प्रकार के रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन के समाचार प्रकाशित हुए है। दोपहर बाद खनिज अधिकारी घाट में पहुंचे तो हमेशा की तरह रेत घाट में सन्नाटा पसरा हुआ था। सुबह तक चैन माऊंटिग एवं हाईवा से गुलजार रेत घाट सुनसान था। ग्रामीणों के प्रयास से जब आसपास सर्च किया गया तो घाट से दूर जंगल में चैन माऊंटिग जो अधिकारियों के आने की सूचना के बाद छुपा दिया गया था उसे पकड़ने में सफलता मिली। अधिकारियों ने वहीं जंगल में चैन माऊंटिग को जप्त किया। जबकि हाईवा आदि एक भी वाहन कार्यवाही होने की जानकारी के चलते घाट से गायब थी। ग्रामीणों ने कहा कि अभी सुबह तक यहां हाईवा गाड़ियों के आने जाने का क्रम लगातार हो रहा था। हमने जैसे ही खनिज विभाग में शिकायत की कि 1 घंटे के अंदर पूरा मैदान विरानी में बदल गया। यह सब अवैध उत्खनन एवं परिवहन के रेत माफिया की खनिज विभाग से सेटिंग एवं मिलीभगत नहीं तो और क्या समझा जावें। अधिकारियों द्वारा 8 दिसंबर को की गई रेत खदानों की कार्यवाही में मनमाने ढंग से चल रहे रेत के उत्खनन एवं परिवहन के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए पितईबंद रेत खदान में एक चैन माऊंटिग, पसौद रेत खदान में लोडिंग एवं खनन करती एक चैन माऊंटिग के साथ रेत परिवहन करती तीन हाईवा को भी अवैध कामों में लिप्त होने के कारण जप्त कर थाने में खड़ा कर दिया। आज की कार्यवाही में एसडीएम धनंजय नेताम, तहसीलदार खोमन धु्रव, सहायक जिला खनिज अधिकारी फागुलाल नागेश, खनिज निरीक्षक सुभाष साहू सहित राजस्व, खनिज का अमला शामिल था। खनिज विभाग की इस बड़ी कार्यवाही से रेत माफिया में जरूर हड़कंप है। परंतु हमेशा की तरह पुनः 4-8 रोज में फिर यह गोरख धंधा शुरू हो जावें तो अतित्योचित नहीं होगा। अधिकारियों के इस तरफ सख्त कार्यवाही के साथ सतत् निगरानी की जरूरत है। नवविजयी राजिम विधानसभा के विधायक रोहित साहू भी ऐसी अनियमियताओं की पुनः पुनरावृत्ति हो इसके लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया जाना चाहिए।