Gariyaband राजिम। एनसीसी का मतलब नेशनल कैडेट कोर है। हम ऐसे देश में रहते हैं जहां बहादुरी और आत्म-अनुशासन के गुण बहुत कम उम्र से ही हमारे अंदर पैदा हो जाते हैं, और एनसीसी एक ऐसा संगठन है जो युवा दिमागों को साहस और अनुशासन की गरिमा और वीरता को प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एनसीसी का नेतृत्व एक महानिदेशक करता है, इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह एक त्रि-सेवा संगठन है जिसमें सेना, नौसेना और वायु सेना शामिल हैं। एनसीसी के कुल 17 निदेशालय हैं, जो पूरे देश को कवर करते हैं।
एनसीसी के अनेक लाभ हैं, आपको वार्षिक प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने और नए अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलता है साथ ही आपको गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राजपथ पर मार्च करने का मौका मिलता है
आपके चयनित होने पर आपको पैरा प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने का मौका मिलता है एनसीसी के दौरान आपको विभिन्न हिल स्टेशनों पर ट्रैकिंग का मौका मिल सकता है
तत्पश्चात चयनित उम्मीदवारों को बुनियादी और उन्नत पर्वतारोहण पाठ्यक्रम में मौका मिलता है।
एनसीसी में विभिन्न खेलों में उत्कृष्टता के लिए टीमों और व्यक्तियों को नकद पुरस्कार दिया जाता है साथ ही
वाई ई पी (यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम) के अन्तर्गत आपको अंतर्राष्ट्रीय पहुंच प्रदान करने के लिए युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है।
एनसीसी सर्टिफिकेट प्राप्ति के बाद एनसीसी कैडेट्स को कई प्रतियोगी परीक्षाओं में आरक्षण मिलता है भारतीय सेना सैनिक भर्ती के दौरान विभिन्न एनसीसी प्रमाणपत्रों के लिए अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं व राज्य सरकार की विभिन्न नौकरियों में सी सर्टिफिकेट वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है। यदि आपके पास एनसीसी प्रमाणपत्र है तो अर्धसैनिक बलों में अंक दिए जाते हैं यदि आपके पास सी सर्टिफिकेट है तो आपको एसएसबी इंटरव्यू में विशेष प्रवेश मिलता है।
एनसीसी कैडेट सी. जी. आई. (सिविलियन ग्लाइडिंग इंस्ट्रक्टर)या जी. सी. आई. (गर्ल कैडेट इंस्ट्रक्टर), डबल्यू. टी. एल. ओ. (पूर्णकालिक महिला अधिकारी) के रूप में भर्ती हो सकते हैं।
एनसीसी न केवल युवाओं को अनुशासन और सेवा का पाठ पढ़ाती है, बल्कि एनसीसी में अर्जित प्रमाणपत्र स्वयं कई मायनों में फायदेमंद है अगर हम एनसीसी प्रमाणपत्र के लाभों पर चर्चा करें तो हम पाते हैं कि विद्यालय स्तर पर प्राप्त होने वाले एनसीसी ‘ए’ प्रमाणपत्र धारकों को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 2% बोनस अंक के रूप में दिया जाता है जैसे कि आर्मी ट्रेड्स में ‘ए’ प्रमाणपत्र
जनरल ड्यूटी (जीडी) को 05 अंक, सोल्जर (clk/skt/tech/NA) में 05 अंक तथा ट्रेड्समैन (Tdn) भर्ती में 05 अंक बोनस दिया जाता है।
महाविद्यालय या विश्वविद्यालय स्तर पर प्राप्त होने वाले एनसीसी ‘बी’ प्रमाणपत्र धारकों को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 3% बोनस अंक के रूप में दिया जाता है जिसमें क्रमशः आर्मी ट्रेड्स में ‘बी’ प्रमाणपत्र जनरल ड्यूटी (जीडी) को 10 अंक सैनिक (Clk/Skt/Tech/NA) में 10 अंक व ट्रेड्समैन (Tdn)भर्ती में 10 अंक दिए जाते हैं।
अगर हम बात करें एनसीसी महाविद्यालय या विश्वविद्यालय स्तर पर तीन वर्ष सफल पूर्वक एनसीसी पाठ्यक्रम में सम्मिलित होने एवं सी सर्टिफिकेट पास करते हैं तो यह करियर से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में एक एक्स फैक्टर की तरह काम करता है,एनसीसी सी प्रमाणपत्र धारक को
सामान्य ड्यूटी (जीडी) को सीईई से छूट मिलती है अर्थात कोई परीक्षा नहीं ली जाती है एवं सैनिक (Clk/Skt/Tech/NA) की भर्ती वेकेंसी में 15 अंक बोनस मिलता है व ट्रेड्समैन (Tdn) में सीईई से छूट के कारण कोई परीक्षा नहीं देनी पड़ती।
सरकारी नौकरियों में एनसीसी ‘सी’ सर्टिफिकेट धारक को
ORs, Sailors, Airmen के रूप में भर्ती के लिए 5 से 10 प्रतिशत बोनस अंक दिए जाते हैं तथा अर्धसैनिक बलों में भर्ती के समय 2 से 10 अंक बोनस के रूप में दिये जाते हैं। भारतीय दूरसंचार विभाग भी होने वाली भर्ती में बोनस अंक प्रदान करता है। सीआरपीएफ में सी सर्टिफिकेट रखने वाले एनसीसी कैडेट राजपत्रित पदों पर भर्ती के लिए पात्र हैं। राज्य सरकारों द्वारा भी राज्यों में राज्य सेवाओं के लिए एनसीसी सर्टिफिकेट धारक को प्राथमिकता देते हैं इसी प्रकार उद्योगों में भी कुछ उद्योग सुरक्षा के क्षेत्र से संबंधित विभिन्न नौकरियों के लिए एनसीसी ‘सी’ प्रमाणपत्र धारकों को प्राथमिकता देते हैं।
अगर हम बात करें सीडीएस में एनसीसी सी प्रमाणपत्र लाभ की तो सीडीएसई और उसके बाद एसएसबी उत्तीर्ण करने पर, कैडेटों को विभिन्न अकादमियों में आरक्षण मिलता है।
जिसमे परीक्षा उपरांत ‘सी’ सर्टिफिकेट वाले एनसीसी कैडेटों के लिए एक अलग मेरिट सूची तैयार की जाती है जिन्हे आई.एम.ए.(इंडियन मिलिट्री एकेडमी) में 13 से 15 रिक्तियां ‘सी’ सर्टिफिकेट (आर्मी विंग) धारकों के लिए आरक्षित हैं इसी प्रकार आई.एन.ए.(इंडियन नेवल एकेडमी) में 5 से 8 रिक्तियां ‘सी’ प्रमाणपत्र (नौसेना विंग) धारकों के लिए आरक्षित है।
स्पेशल एंट्री के अंतर्गत पुरुष और महिला के लिए
ओ.टी.ए.(ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी)चेन्नई में एनसीसी ‘सी’ प्रमाणपत्र धारकों के लिए 50 रिक्तियां गैर तकनीकी पदों के लिए होता है।
ए.एफ.ए.(एयर फोर्स एकेडमी) हैदराबाद के सभी पाठ्यक्रमों में ‘सी’ प्रमाणपत्र (एयर विंग)धारकों के लिए 10% रिक्तियां आरक्षित हैं।
सेना में एनसीसी सी सर्टिफिकेट के लाभ की बात करें तो
एनसीसी ‘सी’ प्रमाणपत्र धारकों और जिन्होंने गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया है, उन्हें विभिन्न भर्तियो में जैसे कि सैनिक Clk/Skt/Tech/NA में सीईई से छूट दी जाएगी और सीईई के बदले में 100% अंक दिए जाते हैं।
केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में एनसीसी ‘सी’ प्रमाणपत्र धारकों को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 5% बोनस अंक के रूप में दिया जाता है।
यूपीएससी(UPSC) सिविल सेवा परीक्षा में यह आपको सीधे तौर पर मदद नहीं करेगा, लेकिन यदि आपके पास एनसीसी ‘सी’ सर्टिफिकेट है तो साक्षात्कार में प्रभाव छोड़ने की अच्छी संभावना है क्योंकि एनसीसी में प्राप्त प्रशिक्षण के कारण आप दूसरों से अलग होंगे। यूपीएससी(UPSC) सीडीएस (CDS) परीक्षा आयोजित करता है लेकिन ‘सी’ प्रमाणपत्र होने से आप सीधे ही एसएसबी (SSB) साक्षात्कार के लिए उपस्थित हो सकते हैं और सीडीएसई(CDSE) पास करने के बाद एनसीसी कैडेटों के लिए रिक्तियों में आरक्षण भी है।
एनसीसी प्रमाणपत्र अर्जित करना अपने आप में एक उपलब्धि है, यह आपकी सेवा, परिश्रम, चरित्र और जीवन के सबक का प्रमाण है जो आपने अमूर्त लाभों के अलावा सीखा है। एनसीसी प्रमाणपत्र आपके करियर के पहलुओं में आपकी मदद करता है। यदि आपको किशोरावस्था में एनसीसी में शामिल होने का मौका मिलता है तो इसमें शामिल हों और यदि आपके पास पहले से ही प्रमाणपत्र है तो इससे मिलने वाले लाभ एवं उज्जवल भविष्य का मार्ग आपके लिए खुला है।